Earthquake: तुर्की में आए भीषण भूकंप ने एक बार फिर लोगों को हिला दिया. तुर्की में आए भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 7.8 मापी गई है.तुर्की में आए भूकंप में कई लोगों को जान से हाथ धोना पड़ा.भारी तबाही की तस्वीरों से एक बार फिर दुनिया दहल उठी.इत़ने बड़े भूकंप से तुर्की की इमारतें गिर गईं.तुर्की के साथ साथ उसके पड़ोसी देश सीरिया में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए. वहां भी इमारतों को भारी नुकसान झेलना पड़ा.लेकिन क्या आप जानते हैं कि तुर्की से पहले भी कई विनाशकारी भूकंप(Largest Earthquake) आ चुके हैं, जिनसे धरती डोल गई थी.
Earthquake: 25 अप्रैल 2015, नेपाल
ये तारीख नेपाल के लिए एक मनहूस तारीख में से एक है. नेपाल में सुबह 11 बजकर 56 मिनट पर 7.8 तीव्रता का भूकंप आया था. इस विनाशकारी भूकंप में 9,000 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी.उस समय भूकंप का केंद्र नेपाल से करीब 38 किलोमीटर दूर लामजुंग में था.
Earthquake: 26 दिसंबर 2004, भारत और श्रीलंका
ये तारीख भारत और श्रीलंका कभी नहीं भूल सकते.श्रीलंका और दक्षिण भारत में आई इस भूकंप की तीव्रता 9.2 मापी गई थी.भूकंप इतना जबरदस्त था कि, इसकी वजह से सुनामी आ गई थी.सुनामी आने की वजह से श्रीलंका के कई शहर तबाह हो गए थे. भारत में भी इसका काफी नुकसान देखने को मिला था. समुद्र तट से जुड़े शहर तबाह हो गए थे.
22 मई, 1960, चिली
1960 में आया ये भूंकप अब तक का सबसे खतरनाक भूकंप था.इस भूकंप की तीव्रता 9.5 मापी गई थी. भूकंप की वजह सुनामी आ गई थी.जिसमें दक्षिणी चिली, हवाई द्वीप, जापान, फिलीपींस, पूर्वी न्यूजीलैंड, दक्षिण-पूर्व ऑस्ट्रेलिया समेत कई देशों में भारी तबाही मची थी.
11 मार्च 2011, जापान
इस भूकंप की यादें आज भी लोगों के जेहन में जिंदा हैं.इस भूकंप की तीव्रता 9 मापी गई थी.भूकंप की वजह से सुनामी आ गई थी. सुनामी की वजह से तटीय इलाकों में बनीं 3 लाख से ज्यादा इमारतें तबाह हो गई थी.इस भूकंप में लाखों लोग मारे गए थे.
26 जनवरी 2001, गुजरात
ये भूकंप 26 जनवरी को आया था.इसकी तीव्रता 7.7 थी.इस भूकंप ने गुजरात के भुज और कच्छ में भारी तबाही मचाई थी.इसमें 30 हजार से ज्यादा लोग मारे गए थे.
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