Congress Plenary Session: छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में कांग्रेस (Congress)का 85 वां राष्ट्रीय अधिवेशन चल रहा है. पार्टी के इस अधिवेशन में कांग्रेस अध्यक्ष मलिकार्जुन,पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी सहित पार्टी के अनेकों वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता उपस्थित हैं. इस दौरान कांग्रेस पार्टी के संविधान में नए नियमों को जोड़ा गया. आइए आपको बताते हैं इन नए नियमों के बारे में.
कांग्रेस सदस्य रहेंगे नशे से दूर
कांग्रेस के राष्ट्रीय अधिवेशन में कांग्रेस के सदस्यों के लिए नसीहत देते हुए कहा गया है कि उन्हें नशे से दूर रहना चाहिए. संविधान संशोधन के अनुसार सदस्यों को यह बताना होगा कि वह साइकोट्रॉपिक सब्सटेंस, प्रतिबंधित ड्रग्स और नशीली चीजों के उपयोग से दूर रहते हैं. महा अधिवेशन में सदस्यों को यह भी कहा गया कि उन्हें सार्वजनिक रूप से अपनी पार्टी यानी कांग्रेस की आलोचना से दूर रहना चाहिए.
सामुदायिक और वालंटियर काम के लिए रहना होगा तत्पर
कांग्रेस के सदस्यों को संविधान संशोधन के अनुसार अब पार्टी को बताना होगा कि वह सामुदायिक और वॉलिंटियर काम को करने के लिए हमेशा तत्पर रहेगा. और वह गरीब और वंचित वर्ग सार्वजनिक संपत्ति के निर्माण एवं कार्य में सक्रिय रहता है.कांग्रेस के कार्यकर्ता को यह भी बताना होगा कि उसने लैंड सीलिंग कानून का उल्लंघन कभी नहीं किया है और ना ही उसे किसी क्राइम के लिए कभी अपराधी घोषित किया गया है. वह समाजवाद, धर्मनिरपेक्षता, सामाजिक न्याय और लोकतंत्र के सिद्धांतों की सदस्यता लेता है और उसके लिए हमेशा काम करता है.
कांग्रेस के 15000 से अधिक प्रतिनिधि ले रहे हैं भाग
जानकारी के मुताबिक कांग्रेस के 85 वें राष्ट्रीय अधिवेशन में 15,000 से अधिक प्रतिनिधियों ने भाग लिया है. कांग्रेस के अधिवेशन के दौरान सीडब्ल्यूसी का चुनाव नहीं हुआ. अब कांग्रेस के सभी निर्णय को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ही लेंगे. कल 26 फरवरी को कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी अधिवेशन को संबोधित करेंगे और उसके बाद एक सार्वजनिक सभा का भी आयोजन होगा. अधिवेशन में कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, सुखविंदर सिंह सुक्खू और भूपेश बघेल भी शामिल हुए हैं.
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