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Loose motion during Period:जरूरी बात! पीरियड्स से पहले क्या आपको भी होते हैं दस्त, तो पाएं इन उपायों से निजात

Loose motion during period

Loose motion during period

Loose motion during Period: पीरियड्स से जुड़े कई सारे नई नई जानकारियां सामने आती रहती हैं. महिलाओं में माहवारी आने से पहले अलग-अलग तरह के संकेत देखने को मिलते हैं. जैसे कि – पेट में दर्द होना, बुखार लगना, सिर घूमना, चक्कर आना, चिड़चिड़पन होना आदि यह सभी पीरियड्स आने से पहले के लक्षण हैं. इसके अतिरिक्त कई महिलाओं को माहवारी से पहले गैस और दस्त (लूज मोशन) होती हैं जिसे महिलाएं कभी गंभीरता से नहीं लेती हैं.

Loose motion during period

ज्यादातर महिलाओं को इस बात की जानकारी नहीं होती है कि आखिर माहवारी से पहले उन्हें लूज मोशन क्यों होने लगते हैं. पीरियड्स के दौरान लूज मोशन होने के क्या कारण होते हैं? सटीक कारण अभी तक स्थापित नहीं किया गया है, लेकिन कुछ ऐसी परिस्थितियाँ होती हैं जिनके चलते यह ज्यादातर महिलाओं के साथ होता है. तो आइए जानते हैं इसके कारण तथा इससे कैसे निजात पाया जा सकता है…


पीरियड्स के दौरान लूज मोशन होने का कारण

  1. हार्मोन में चक्रीय परिवर्तन के कारण
  2. रक्त में न्यूरोट्रांसमीटर जैसे सेरोटोनिन और जीएबीए नामक विभिन्न रासायनिक पदार्थों के स्तर में उतार-चढ़ाव होने के कारण
  3. प्रोस्टाग्लैंडिंस के कारण पीरियड्स से ठीक पहले खून में रिलीज होते हैं. वे आंतों में संकुचन का कारण बनते हैं जो दस्त सहित विभिन्न प्रकार के गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल लक्षण पैदा कर सकते हैं.
  4. अवसाद और चिंता के कारण

इसकी रोकथाम कैसे की जा सकती है

आहार संशोधन


पेट फूलने और पेट भरे होने की अनुभूति को कम करने के लिए कम मात्रा में, अधिक बार भोजन करें. द्रव प्रतिधारण को कम करने के लिए नमक और नमकीन खाद्य पदार्थों को सीमित करें. जटिल कार्बोहाइड्रेट जैसे फल, सब्जियां और साबुत अनाज चुनें. कैल्शियम युक्त आहार लें. अगर डेयरी उत्पादों को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है तो, कैल्शियम की खुराक ली जा सकती है. कैफीन और शराब से दूर रहें.

नियमित व्यायाम करें


सप्ताह के अधिकांश दिनों में 30 मिनट की मध्यम तीव्रता वाले व्यायाम जैसे तेज चलना, तैरना करने की कोशिश करें.

स्ट्रेस बस्टर


स्वस्थ नींद की दिनचर्या हार्मोनल असंतुलन से संबंधित लक्षणों को कम करने में काफी मदद करती है. व्यक्तिगत प्राथमिकताओं के आधार पर ध्यान और योग करें. अन्य लोगों से बात करें जो समान समस्याओं का सामना कर रहे हैं.


अधिक पानी पिए


रोजाना दिन में कम से कम 4 लीटर पानी पिएं, जिससे आपके शरीर का अवशेषी पदार्थ बाहर निकल सकें.

Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य जानकारी पर आधारित हैं.इनकी पुष्टि bloggistan नहीं करता है. इसलिए इन पर अमल करने से पहले डॉक्टर से जरूर संपर्क करें.

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