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Asha Bhosle Birthday: प्यार में छोड़ा परिवार, ससुराल वालों ने कर दिया ऐसा काम, सुनकर रह जायेंगे दंग

Asha Bhosle Birthday

Asha Bhosle Birthday (google)

Asha Bhosle Birthday: मधुर आवाज से सबके दिलों पर राज करने वाली लता मंगेशकर को देश में ही नहीं बल्कि दुनिया भर में आवाज की कोकिला के नाम से जाना जाता है. उन्हीं के परिवार में 8 सितंबर 1933 को जन्मी उनकी छोटी बहन आशा भोसले हिंदी सिनेमा जगत में अपनी छाप छोड़कर सुरों की मलिका का किताब अपने नाम किया था. लेकिन क्या आपको पता है कि, दिल के मामले में आशा भोसले ने अपने ही परिवार से पंगा ले बैठी थी. अगर नहीं तो आज उनके बर्थडे स्पेशल को हम उनकी जिंदगी के किस्से के बारे में आपको बताने जा रहे हैं.

Asha Bhosle Birthday (google)

10 साल की उम्र से संगीत से जोड़ा नाता

आशा भोसले को बचपन से ही काफी शौक था. शौक इतना कि, 10 साल की उम्र से ही उन्होंने संगीत को अपना प्यार बना लिया था. उन्होंने अपने फिल्मी दुनिया में संगीत की शुरुआत चुनरिया फिल्म के गाने से किया था. आज दावा किया जाता है कि अब तक उन्होंने 16000 से अधिक गाने 20 भाषाओं में गा चुकी हैं. इतना ही नहीं सबसे अधिक स्टूडियो रिकॉर्डिंग के मामले में गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी दर्ज किया गया है. आशा भोसले पंजाबी, गुजराती, बंगाली, भोजपुरी, अंग्रेजी, रूसी, तमिल, मलयालम जैसी कई भाषाओं में अपनी आवाज से संगीत को सजाया है.

प्यार के खुमार में छुड़वाया घर-परिवार

लोग कहते हैं. प्यार का खुमार जब लोगों पर चढ़ता है तो उन्हें कुछ नहीं सूझता है. ठीक ऐसा ही कुछ आशा भोसले के साथ हुआ, दरअसल, 16 साल की उम्र में इन्हें इनकी बहन लता मंगेशकर के निजी सचिव गणपत राव से इश्क हो गया था. उस समय गणपत राव 31 वर्ष के थे. लेकिन वो प्यार की डोर में इस तरह बढ़ चुकी थी कि उन्होंने मजबूरन अपने परिवार से पंगा ले लिया. इतना ही नहीं उन्होंने अपनी बड़ी बहन लता मंगेशकर और पूरे परिवार के खिलाफ जाकर अपने प्यार की ओर जा खड़ी हुई.

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घर से छूटा नाता, ससुराल वालों ने सताया

प्यार में डूबी आशा पहले अपने घर को छोड़कर गणपत राव से शादी कर ले और कुछ समय बाद उनके तीन बच्चे भी हो गए. सब कुछ ठीक चल रहा था. लेकिन उनके ससुराल वालों की नजर उन पर बहू जैसा सम्मान न करने को लेकर काफी समय तक प्रताड़ित किया जाने लगा. यहां तक कि उनके साथ मारपीट भी जमकर की गई और मैं उन्हें उनके तीनों बच्चों के साथ घर से बाहर निकाल दिया गया. लोग कहते हैं कि, “घर तो घर होता है” और ससुराल से निकलने के बाद आशा भोंसले अपने तीनों बच्चों के साथ अपने मायके वापस चली आई.

1980 में हुई पंचम दा से शादी

प्यार में पहली बार इस कदर जलील होने वाली आशा भोंसले दूसरी बार अपनी जिंदगी की शुरुआत राहुल देव बर्मन यानी पंचम दा के साथ शुरू की. अब एक बार फिर इनका करियर शुरू हुआ और दोनों ने मिलकर पहली बार फिल्म मंजिल में एक साथ काम भी किया और तभी से जिंदगी की असली मंजिल का सफर शुरू हुआ. दोनों के बीच धीरे-धीरे नजदीकी यहां बढ़ने लगी और साल 1980 में इन्होंने शादी कर ली. हालांकि पहले प्यार में गणपत राव उनसे करीब 15 साल बड़े थे. लेकिन इस प्यार में पंचम दा की उम्र उनसे करीब 6 साल छोटी थी.

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