India first petrol pump: आज के समय में हर किसी के पास एक अपना निजी साधन है. अब वो चाहे किसी के पास टू व्हीलर हो या किसी के पास फोर व्हीलर हो किसी के पास एक तो किसी के पास चार-चार हैं. लेकिन एक हो या 10 उसे चलाने के लिए पेट्रोल और डीजल की जरूरत पड़ती ही है. लेकिन क्या आपने कभी सोचा कि जो पेट्रोल पंप आज आसानी से सड़कों के बगल में दिख जाते हैं इनकी शुरुआत भारत में कब से हुई थी? अगर नहीं तो आज हम इसी सवाल का जवाब आसान से शब्दों में समझते है.
यहां खोला गया पहला पेट्रोल पंप
बता दें कि, भारत में पहले पेट्रोल पंप उत्तर प्रदेश के कानपुर शहर के निवासी कन्हाई लाल मिश्र ने अपने पिता सदाबरत लाल मिश्रा के साथ ब्रिटिश शासन में सन 1911 में पहला पेट्रोल पंप पटना में एसएल मिसर पेट्रोल पंप के नाम से खोला गया था. जो गांधी मैदान के पूर्व अशोक राजपथ के किनारे शुरू किया गया था.
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कौन थे कन्हाई लाल मिश्र ?
जैसा की हमने ऊपर बताया कि, कन्हाई लाल मिश्र उत्तर प्रदेश के कानपुर के निवासी थे और ये ब्रिटिश शासन काल में जहाज पर काम किया करते थे. ब्रिटिश अफसर द्वारा उनकी नियुक्ति कानपुर से पटना के दीघा घाट तक जहाज की देखरेख के लिए किया गया था. इसके बाद इन्हें पटना में गांधी मैदान के बगल में पेट्रोल पंप खोलने के लिए उन्होंने जमीन दे दी. हालांकि, यह जमीन उन्होंने उसे दौरान चलने वाली गाड़ी में पेट्रोल की हो रही समस्या के लिए दिया था.
पहले क्या था पेट्रोल का कीमत ?
जब पेट्रोल पंप की शुरुआत की गई थी. तो उसे दौरान प्रति लीटर पेट्रोल की कीमत 25 पैसे से भी काम हुआ करती थी. अब आप इस बात से ज्यादा लगा सकते हैं कि उस समय पेट्रोल की कीमत क्या थी. लेकिन आजादी के बाद पेट्रोल की कीमत 25 पैसे के आसपास पहुंच गई तो, वहीं 1990 में पेट्रोल की कीमत लगभग ₹10 के आसपास पहुंच गई थी. इसके बाद 2004 में लगभग 37 रुपए प्रति लीटर के आसपास थी. लेकिन 2014 में इस पेट्रोल की कीमत 72 रुपए प्रति लीटर के आसपास थी. लेकिन आज के समय में इसकी कीमत 90 से 100 रुपए के बीच झूल रही है.
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