Cheque Book: अगर आपके पास बैंक के अकाउंट है तो आप चेक बुक के बारे में भी जानते होंगे. वैसे तो चेक बुक का इस्तेमाल खासकर व्यापारी वर्ग के लोग अधिक करते हैं. हालांकि आज का युग डिजिटल का युग बन चुका है. ऐसे में लोगों को लेनदेन करने के लिए ऑनलाइन प्लेटफॉर्म मौजूद है, लोग एक स्थान से दूसरे स्थान तक पैसा भेजने के लिए ऑनलाइन प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल कर रहें हैं. लेकिन इसके बावजूद भी अभी तक ऐसे कई काम है जो चेक के माध्यम से किए जाते हैं. अगर आपने कभी चेक देखा होगा तो उस पर आपके बैंक अकाउंट नंबर के अलावा नीचे कुछ और नंबर लिखे होते हैं. जो 4 हिस्से में बटें होते है और आपने देखा होगा लेकिन इस नंबर की खासियत के बारे में आप बिल्कुल अनजान होंगे.
दरअसल, इन्हीं नंबरों की वजह से आपका चेक सेफ रहता है. अगर किसी को यह नंबर हाथ लग जाता है तो वह आपके अकाउंट से जुड़ी हर जानकारी को आसानी से पता लगा सकता है. अगर आपको इसके बारे में जानकारी है तो इस जानकारी की मदद से आप स्मार्ट तरीके से कम कर सकते हैं. क्योंकि एक चेक ही आपके बैंक की पूरी कुंडली के बारे में बता सकता है.
ये भी पढ़े : Cheque: चेक का करते हैं ज्यादा इस्तेमाल,तो पढ़ लें ये खबर,वरना कर बैठेंगे बड़ा नुकसान
इन लिखें नंबरों का क्या मतलब ?
बैंक की ओर से दिए गए चेक पर 23 नंबर अलग-अलग चार हिस्सों में लिखा होता है. इन 23 नंबर में से पहले 6 डिजिटल नंबर आपके चेक नंबर होते हैं जो हर चीज पर अलग-अलग होते हैं. उदाहरण के तौर पर देखें तो किसी चेक का नंबर 000012 है तो आगे का 000013 होगा. वहीं सबसे जरूरी बात अगर आप इस संख्या के चेक को किसी को देते हैं तो आगे की संख्या की चेक नंबर को जरूर नोट करके रखें.
इन नंबर से खुल जाता है बैंक कुंडली
वहीं चेक के दूसरे हिस्से में नौ नंबर लिखे होते हैं उन 9 नंबर को मैग्नेटिक इंक करेक्टर रिकॉग्निशन (MICR) के नाम से जाना जाता है. जो तीन अलग-अलग भागों में बात होता है जिसमें चेक जारी होने वाले शहर के अलावा बैंक और ब्रांच का पता आसानी से चल जाता है. जबकि पहले तीन डिजिटल सीटी कोड होते हैं. इसके बाद आपके शहर के पिन कोड होते हैं जिसको देखकर आप आसानी से पता लगा सकते हैं कि यह चेक किस शहर से आया है. इसके बाद अगले तीन अंक बैंक का यूनिक कोड होता है जिससे आपको बैंक के बारे में पता चलता है वहीं अंतिम के तीन कोड ब्रांच कोड होते हैं.
आपके लिए – बिजनेस से जुड़ी खबरें यहाँ पढ़ें