E-Cycle Update: हम सभी इस बात से भलीभांति परिचित कि, देश में आय दिन प्रदूषण का प्रभाव बढ़ता ही जा रहा है. जिसका एक कारण गाड़ी को माना जाता है. सरकार द्वारा लगातार देश में प्रदूषण को कम करने के लिए कई सारी योजनाएं बनाई जा रही है. जिसमे गाड़ी को सीएनजी तथा इलेक्टिक मॉडल बनाने का अधिक से अधिक प्रयास किया जा रहा है.
वैसे तो, वर्तमान में भारतीय बाजार में इलेक्ट्रिक मोटर साइकिल,कारों की संख्या बढ़ती ही जा रही हैं. जिसे ग्राहकों द्वारा काफी पसंद भी किया जा रहा है. दिल्ली की आत्मा और यूपी का शान कहे जाने वाला नोएडा प्रदूषण से भड़ा पड़ा है, ऐसे में चीन,अमेरिका,जापान की तरह भारत में भी ई-साइकिल (e-Cycle) की मदद से कार्बन रेडिएशन (Carbon Radiation) कम करने का योजना बनाया गया है.
1125 टन कार्बन रेडिएशन का होगा खात्मा
इस अभियान से नोएडा में हर वर्ष 1125 टन कार्बन रेडिएशन को कम किया जा सकेगा. आगामी 15 दिनों के बाद ये ई साइकिल नोएडा की सड़कों पर दौड़ने लगेगी. इसके लिए एमओयू (MOU) साइन के साथ प्राधिकरण (authority) ने टर्बन मोबिलिटी एलएलपी कंपनी (Turban Mobility LLP Company) का चयन किया है. कंपनी (फर्स्ट फेज में) एप बेस्ड 310 ई साइकिल सड़क पर उतारने वाली है.
62 जगहों पर बनेंगी ई डॉक स्टेशन
मिली जानकारी के अनुसार कंपनी द्वारा शहर में 62 जगहों पर ई-साइकिल के लिए ई डॉक स्टेशन (e-doc station) बनाई गई है.प्रत्येक स्टेशन से 10 ई-साइकिल चलेंगी. लोग इस साइकिल को डॉक स्टैंड (doc stand) से एप के माध्यम से लेंगे और उन्हें किसी भी ई -डॉक स्टेशन पर जमा कर सकते हैं. ई-साइकिल से यातायात दबाव कम होगा और प्रदूषण से राहत मिलेगी. ये योजना पीपीपी मॉडल (PPP Model) पर चलेगी.
दिन में तीन बार प्रयोग में लाई जाएगी
स्टडी के अनुसार ,एक ई-साइकिल कम से कम दिन में तीन बार प्रयोग में लाई जाएगी. 360 साइकिल प्रतिदिन 1080 चक्कर लगाएगी. जिससे हर वर्ष पेट्रोल डीजल वाहनों की अपेक्षा दो गुना प्रदूषण में कमी आयेगी वही ई साइकिल से सालाना 1125 टन कार्बन रेडिएशन में कमी आयेगी. जिससे पर्यावरण में प्रदूषण की कमी आयेगी.
ये भी पढ़ें: Low price bikes: अरे वाह! मात्र 70 हजार के अंदर आती हैं ये शानदार बाइक्स,पढ़े पूरी लिस्ट