Subsidy for Dry Farming: किसानों की आय को बढ़ाने के लिए राज्य और केंद्र सरकार समय समय पर नई-नई योजनाओं को लाती रहती हैं.किसानों को सुविधाएं देने के इसी क्रम में बिहार सरकार ने ऐसे किसान जो कम पानी वाली फसलों को करते हैं यानी बागवानी करते हैं उनके लिए ‘Subsidy for Dry Farming योजना को शुरू किया है.आइए आपको बताते हैं कि अगर आप बिहार राज्य के निवासी हैं तो कैसे इस योजना का फायदा उठा सकते हैं.
सब्सिडी फॉर ड्राई फार्मिंग योजना के अंतर्गत बेर, जामुन, कटहल,आंवला, बेल, नींबू, अनार आदि फसलों की बागवानी करने पर सरकार की तरफ से 50% तक की सब्सिडी दी जा रही है. सरकार ने बिहार में ऐसे इलाके जहां पर पानी की कमी है वहां पर ड्राई हॉर्टिकल्चर के लिए राज्य सरकार ने 875 हेक्टेयर में बागवानी खेती करवाने का लक्ष्य रखा है.फलों के बाग लगाने पर राज्य सरकार 50 प्रतिशत तक सब्सिडी प्रदान करेगी. योजना के तहत किसानों को तीन साल में 60,000 रूपए प्रति हेक्टर के हिसाब से तीन किस्तों में सब्सिडी प्रदान की जाएगी, जिसमें पौधों की रोपाई का खर्चा भी शामिल किया गया है.
ट्यूबवेल पर भी मिलेगी सब्सिडी
सरकार ड्राई हॉर्टिकल्चर योजना के लिए खेतों में सिंचाई के लिए सामुदायिक ट्यूबल को भी लगाएगी. सामुदायिक सामुदायिक टेबल को लगाने के लिए प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना और राज्य सामुदायिक नलकूप योजना के तहत 100 प्रतिशत तक की सब्सिडी दी जाएगी. इस योजन का लाभ उन किसानों को ज़्यादा मिलेगा जो समूह में खेती करते हैं.
ऐसे करें आवेदन
सबसे पहले अपने जिले के नजदीकी राज्य उद्यान विभाग या कृषि विभाग से संपर्क करके अधिक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं. अधिक जानकरी के लिए बिहार कृषि विभाग की आधिकारिक वेबसाइट bihar.gov.in पर जाकर जानकारी प्राप्त कर सकते हैं. किसान हित में इस जानकारी को दूसरे किसान भाइयों के साथ जरूर शेयर करें.
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